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Paryaayavaachee Shabd

swaraj barik
swaraj barik

#poet #writer I live with pride and self-respect.Writing is not my profession but my addiction . Medical Consultant,NursingStaff onlinemedical tutor 

पर्यायवाची शब्द की विशेष ज्ञान

पर्यायवाची शब्द (Synonyms)

वे शब्द हैं, जिनका अर्थ समान या लगभग समान होता है। स्नातक स्तर पर हिंदी पाठ्यक्रम में पर्यायवाची शब्द का अध्ययन भाषा और साहित्य की गहराई को समझने और शब्द भंडार को समृद्ध बनाने के लिए किया जाता है।

स्नातक स्तर पर अध्ययन:

1. परिभाषा और महत्व:

पर्यायवाची शब्दों का अर्थ समान होते हुए भी उनके उपयोग में संदर्भ और शैली का अंतर हो सकता है।

इनका अध्ययन भाषा को प्रभावी, समृद्ध, और साहित्यिक रूप से आकर्षक बनाने के लिए आवश्यक है।

2. वर्गीकरण:

सामान्य पर्यायवाची: जिनका उपयोग दैनिक भाषा में होता है।

उदाहरण: सूर्य - रवि, भानु, दिनकर

साहित्यिक पर्यायवाची: काव्य और गद्य में प्रयुक्त विशेष शब्द।

उदाहरण: जल - नीर, सलिल, पयोधि

सांस्कृतिक पर्यायवाची: परंपराओं और समाज से जुड़े शब्द।

उदाहरण: माता - जननी, अंबा, ताय

3. उदाहरण:

पृथ्वी - धरती, वसुंधरा, भूमि

राजा - नरेश, भूपति, सम्राट

मनुष्य - मानव, नर, इंसान

4. साहित्यिक उपयोग:

पर्यायवाची शब्द काव्य में अलंकार, रस, और गेयता को बढ़ाते हैं।

गद्य लेखन में संक्षिप्तता और प्रभावशीलता लाते हैं।

महत्त्व:

शब्द चयन में विविधता और सटीकता लाना।

काव्य और गद्य रचना में सौंदर्य और प्रभाव को बढ़ाना।

साहित्यिक और भाषाई कौशल को उन्नत करना।

निष्कर्ष:

पर्यायवाची शब्दों का अध्ययन भाषा के सौंदर्य, व्याकरणिक कौशल और साहित्यिक रचनात्मकता को समृद्ध करने का महत्वपूर्ण साधन है। यह पाठ्यक्रम स्नातक स्तर पर भाषा और साहित्य की व्यापक समझ को प्रोत्साहित करता है।